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प्रातः तीन बजे से चार बजे श्री नाथ जी की मंगल आरती
11 बजे से श्रीनाथ जी की भोग आरती
6 बजे से 8 बजे तक संध्या आरती
अखण्ड अन्नक्षेत्र या भण्डारा गुरु श्री गोरक्षनाथ मन्दिर की प्राचीन परम्परा है। कोई भी भक्त इस भण्डारे में सम्मिलित होकर श्रीनाथ जी का प्रसाद पा सकता है। इस भण्डारे का संचालन मध्याह्न तथा सांयकाल में होता है। प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में भक्त, दर्शनार्थी और असहाय व्यक्ति बिना किसी भेद-भाव के भण्डारे में आकर भोजन पाते हैं। ऐसा विश्वास है कि भण्डारे का प्रसाद पाने से रोगों और व्याधियों से मुक्ति मिलती है तथा मनुष्य दीर्घायु होता है।