गोरखनाथजी की रचनाएँ:
योगाचार्य श्री गोरक्षनाथजी ने संस्कृत और लोकभाषा दोनों में योगपरक-साहित्य का सृजन किया है :-
- गोरक्ष कल्प
- गोरक्ष-संहिता
- गोरक्ष-शतक
- गोरक्ष-गीता
- विवेकमार्तण्ड
- गोरक्षशास्त्र
- ज्ञानप्रकाश-शतक
- ज्ञानामृतयोग
- महार्थमंजरी
- योगचिन्तामणि
- योगमार्तण्ड
- योगसिद्धान्त-पद्धति
- अमनस्कयोग
- श्रीनाथसूत्र सिद्धसिद्धान्तपद्धति
- हठयोग-संहिता
- प्राणसंकली
- डॉ. पीताम्बरदत्त बड़थ्वाल द्वारा सम्पादित गोरखबानी
संग्रहीत रचनाएँ उनकी प्रसिद्ध कृतियाँ हैं जिनसे उनके कृतित्व और व्यक्तित्व की महनीयता का पता चलता है।